मंगलवार, 17 मई 2016

Sad status

कईं रोज से कोई नया जखम न दिया पता करो सनम ठीक तो है न !!

1 टिप्पणी:

जमशेद आज़मी ने कहा…

चैतन्‍य जी, आपका ब्‍लाग तो अच्‍छा है। पर आप जो लिख रहे हैं, वह किस लिए लिख रहे हैं, यह समझ नहीं आ रहा है। यदि सिर्फ यह शौकिया है, तो यह ठीक है। पर यदि ब्‍लाग को इनकम जनरैट करते हुए अलग मुकाम पर ले जाना है, तो लेखन बदलना होगा।
एक लाइन की पोस्‍ट की बजाए आपको 750-1000 शबदों के लेख लिखने पड़ेगें।