बुधवार, 2 सितंबर 2015

माँ

पता नही क्या जादू है
माँ के पैरों में .....
जितना  ही झुकता जाता हूँ 
उतने ही आगे उठता जाता हूँ ।।

कोई टिप्पणी नहीं: